Introduction ( प्रस्तावना )
भीमराव अम्बेडकर जिन्होंने अपने जीवन से नामुमकिन शब्द को दुनिया से ही निकाल दिया।
आज हम भीमराव अम्बेडकर (B. R. Ambedkar Biography) के बारे में बात करने वाले हैं हमारे कई मित्रों को भीमराव अम्बेडकर बारे में जानकारी (B. R. Ambedkar Biography in hindi )चाहिए थी।
तो चलिए भीमराव अम्बेडकर के जीवन परिचय ( B. R. Ambedkar Biography in hindi ) के बारे में जानते हैं!
Table of content
- Introduction ( प्रस्तावना )
- B. R. Ambedkar quick bio
- B. R. Ambedkar short biography
- डॉ॰ आम्बेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार
- B. R. Ambedkar book"s
- Dr Bhimrao Ambedkar samvidhan in Hindi
- Conclusion ( निष्कर्ष )
B. R. Ambedkar quick bio
नाम |
भीमराव रामजी अम्बेडकर |
पिता का नाम |
रामजी सकपाल |
माता का नाम |
भीमाबाई सकपाल |
व्यवसाय |
भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद, समाजसुधारक और भारत के प्रथम कानून मंत्री |
जन्म |
14 अप्रैल 1891 |
मृत्यु |
6 दिसम्बर 1956 |
जन्मस्थान |
मध्य प्रदेश में सैन्य छावनी महू |
मृत्यु स्थल |
दिल्ली, भारत |
जाति |
अनुसूचित जाति (महार) |
पत्नी |
रमाबाई अम्बेडकर (विवाह 1906 - निधन 1935) |
शौक |
पुस्तकें पढ़ना, संगीत सुनना और यात्रा करना |
पसंदीदा व्यक्ति |
गौतम बुद्ध, हरिश्चंद्र, कबीरदास |
भाई |
बाला राव और आनंद राव |
बहन |
मंजुला, तुलसी, गंगाबाई लक्षगावडेकर, रामाबाई मालवनकर, |
दादा |
मालोजी सकपाल (सैनिक) |
धर्म |
हिन्दू |
स्कूल |
सतारा स्कूल, महाराष्ट्र, भारत सरकारी हाई स्कूल, एल्फिंस्टोन महाविद्यालय/विश्वविद्यालय बॉम्बे विश्वविद्यालय कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स ग्रेसिन्न, लंदन बर्लिन विश्वविद्यालय ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, भारत |
राष्ट्रीयता |
भारतीय |
प्रमुख कार्य |
भारतीय संविधान तथा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका |
B. R. Ambedkar short biography
डॉ भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू नामक गाँव में हुआ था। भीमराव आम्बेडकर उनके माता - पिता की 14 वी संतान थे ।
उनके पिता का नाम राम जी सकपाल था , जो की भारतीयसेना में कार्यरत थे। उनके अच्छे कार्य और ईमानदारी को देख उन्हें सेना में सूबेदार के पद पर नियुक्त कर दिया गया था। उनके माता का नाम भीमा बाई था , जो एक गृहणी थी।
राम जी भाई बचपन से ही अपने बच्चो को पढ़ाई लिखाई के लिए प्रोत्साहित करते थे , जिसके वजह से आम्बेडकर को पढ़ाई लिखाई का शोक था।
आम्बेडकर एक महार जात से तालुक रखते थे। जिसे लोग अछूत कहते है , इसका यह मतलब था , की इस जात के बच्चे यदि किसी वस्तु को छू देते तो वह अपवित्र हो जाता था। जिसके कारण बहुत से बच्चे स्कूल जानते से डरते थे और शिक्षा से वंचित रह जाते थे।
लेकिन सरकार ने सेना में काम कर रहे सभी सैनिको के बच्चे के लिए एक स्कूल बनाया और इसी वजह से आम्बेडकर की पढ़ाई संभव हो पाई।
पढ़ाई - लिखाई में होशियार होने के बाद भी आम्बेडकर और उनकी जाती के सभी बच्चो को क्लास के बहार बैठाया जाता था। उन्हें स्कूल से पानी पिने तक की अनुमति नहीं दी जाती थी।
1895 में आम्बेडकर के पिता राम जी सकपाल के रिटायर के बाद उनका पूरा परिवार महाराष्ट्र के सतारा नामक जगह पर आ गई। सतारा आने के 2 साल बाद आम्बेडकर के माता की मृत्यु हो गई। जिसके बाद उनकी बुआ मीरा बाई ने उनकी देखभाल की।
कुछ समय बाद आम्बेडकर ने ग्रेजुएशन पूरा कर लिया आम्बेडकर उनके जाती के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति थे। ये जान कर उनके जाती के सभी लोगो में ख़ुशी और आत्म विश्वास बढ़ा।
फिर आम्बेडकर अपने आगे की पढ़ाई के लिए विदेश चले गए वह से उन्होंने अपने पढ़ाई पूर्ण की और भारत आ गए और बहुत सारी किताबे लिख कर लोगो को समझाया की ये जात पात का भेद भाव नहीं होना चाहिए।
अब आम्बेडकर लोगो की सेवा में लग गए थे। उन्होंने बहुत सारे आंदोलन किये और भारत को आजाद करने में अपना योगदान दिया। आखिर कार 15 अगस्त 1949 को भारत आजाद हो गया और अम्बेडकर की अध्यक्षता में भारत के सविधान लिखा गया।
5 दिसम्बर1956 को आम्बेडकर की तबियत खराब होती गई और 6 दिसम्बर1956 को अम्बेडकर भारत को छोड़ कर भगवान को प्रिय हो गए।
डॉ॰ आम्बेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार
वर्ष |
व्यक्ती/ संस्था |
स्थान |
1993 |
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1969 |
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1979 |
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1979 |
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2011 |
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2012 |
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2014 |
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| B. R. Ambedkar short biography | in Hindi |
B. R. Ambedkar book"s
बाबा साहेब ने बहुत सी बुक लिखी है जो बहुत लोगप्रिय है जो की निम्न है।
- भारत का राष्ट्रीय अंश
- भारत में जातियां और उनका मशीनीकरण
- भारत में लघु कृषि और उनके उपचार
- मूल नायक (साप्ताहिक)
- ब्रिटिश भारत में साम्राज्यवादी वित्त का विकेंद्रीकरण
- रुपये की समस्या: उद्भव और समाधान
- ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्त का अभ्युदय
- बहिष्कृत भारत (साप्ताहिक)
- जनता (साप्ताहिक)
- जाति का उच्छेद
- संघ बनाम स्वतंत्रता
- पाकिस्तान पर विचार
- श्री गाँधी एवं अछूतों की विमुक्ति
- रानाडे, गाँधी और जिन्ना
- कांग्रेस और गाँधी ने अछूतों के लिए क्या किया
- शूद्र कौन और कैसे
- महाराष्ट्र भाषाई प्रान्त
- भगवान बुद्ध और उनका धर्म
आज से साल पहले सरकार ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को मंजूरी दी थी। भीमराव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है. वे संविधान समिति के अध्यक्ष थे और उन्हें संविधान का फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन लग। पूरे देश में 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है. यदि भीमराव अम्बेडकर नहीं होते तो भारत को इतना अच्छा सविधान नहीं मिल पता जिससे सभी जात पात के लोगो को न्याय नहीं मिल पता।
Conclusion ( निष्कर्ष )
आप सभी को भीमराव अम्बेडकर के जीवन से बहुत कुछ सीखने मिला होगा सबसे महत्वपुर्ण बात जीवन में कभी हार नहीं मानना चाहिए हमेशा कोशिश करनी चाहिए क्योकि कोशिश करने वाली की हार नहीं होती।
आपके पास B. R. Ambedkar short biography में और जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट। अगर आपको Life History Of B. R. Ambedkar अच्छी लगे तो जरुर हमें WhatsApp Status और Facebook पर Share कीजिये।
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